अनलिस्टेड मार्केट के कुछ ब्रोकर्स ने पॉलिसीबाजार और पेटीएम के शेयर हाई-वैल्यू पर बेच के निवेशकों को फंसा दिया.
ग्रे मार्केट प्रीमियम में निवेश करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि यहां ट्रेडिंग या निवेश करना बहुत जोखिम भरा है.
Paras Defence IPO: एक्सपर्ट कहते हैं कि इश्यू साइज बहुत ही छोटा है इसलिए बिडर्स को IPO में अलॉटमेंट मिलना मुश्किल है.
IPO में 140 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 30 करोड़ रुपये का OFS शामिल है. इस इश्यू का प्राइस बैंड 165-175 रुपये रखा गया है.
कोई भी निवेशक GMP चुकाने को इसलिए तैयार होता है क्योंकि इसमें लिस्टिंग पर फायदा होने के ज्यादा आसार होते हैं.
CarTrade Tech IPO: कारट्रेड टेक कंपनी का IPO 20.29 गुना सब्सक्राइब हुआ है. कार और बाइक बेचने वाली ऑनलाइन कंपनी कारट्रेड के शेयरों का अलॉटमेंट कल होगा
IPO: आमतौर पर ग्रे मार्केट (Grey Market) अपनी भविष्यवाणी में विफल हो जाता है जब बाजार की धारणाएं अचानक उलट जाती हैं.
Grey Market के आधिकारिक ना होने के बावजूद इसकी अहमियत है क्योंकि ग्रे मार्केट में जिस भाव पर ट्रेडिंग होती है उसके आसपास ही शेयरों की लिस्टिंग होती है